रानी अहिल्याबाई का जीवन आज की महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत:मदन कौशिक

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रुड़की (देशराज पाल)। रानी अहिल्याबाई होल्कर की जयंती जगह-जगह मनाई गई इस दौरान शोभा यात्रा सहित अन्य को सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत कर रानी अहिल्याबाई को याद किया गया। मोहनपुरा में भी रानी अहिल्याबाई की जयंती पर शोभायात्रा का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में सभी समाज के लोगों ने प्रतिभा किया। रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300-वीं जयंती प्रेमनगर में धूमधाम से मनाई गई, जिसमें भारत रक्षा मंच के प्रदेश संगठन मंत्री रघुनाथ तथा प्रदेश महामंत्री अजीत चौधरी अतिथि के रूप में शामिल हुए। वरिष्ठ भाजपा नेत्री एवं भारत रक्षा मंच की प्रदेश अध्यक्ष रश्मि चौधरी ने अतिथि गणों का गर्मजोशी से स्वागत किया। अतिथि गणों ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होल्कर ने सामाजिक उत्थान तथा धर्म के पुनर्जागरण के लिए कार्य किए तथा अपना पूरा जीवन समाज व राष्ट्र को समर्पित कर दिया। वह नारी सशक्तिकरण की भी सच्ची प्रतीक थी। आज ऐसी महान देवी की जयंती कार्यक्रम में शामिल होना मेरे लिए बड़े सौभाग्य की बात है।
उन्होंने कहा की रानी अहिल्याबाई न केवल एक सक्षम शासक थी, बल्कि वह समाज सुधारक, धार्मिक सहिष्णुता और नारी सशक्तिकरण की भी प्रति थी। उनका जीवन आज की महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। भारत रक्षा मंच की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती रश्मि चौधरी ने कहा कि महिला सम्मान और सशक्तिकरण की देवी अहिल्याबाई नारी सम्मान और सुरक्षा को लेकर अति संवेदनशील थी। उन्होंने गांव में नारी सुरक्षा टोलियां भी स्थापित की थी तथा महिलाओं की एक सैनिक टुकड़ी का भी गठन उनके द्वारा किया गया था। महिलाओं के सामाजिक सम्मान और आत्मनिर्भरता के लिए उन्होंने अनेक क्रांतिकारी निर्णय लिए।महिलाओं को संपत्ति में अधिकार, विधवा को दत्तक पुत्र लेने का अधिकार तथा विधवा पुनर्विवाह के अधिकार प्रदान किए गए।सनातन परंपरा को पल्लवित करने का कार्य भी उन्होंने किया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष सरस्वती रावत, प्रदेश उपाध्यक्ष पूजा नंदा, रुड़की अध्यक्ष गीता गार्गी तथा मितुशी आदि अनेक महिलाओं ने अहिल्याबाई के जीवन पर प्रकाश डाला। सभी महिला पदाधिकारियों द्वारा अतिथिगणों का स्वागत किया गया।