टिकट की दौड़ में जीते रचित अग्रवाल, सुबोध राकेश को पिछड़ा

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रुड़की/भगवानपुर (देशराज पाल)। नगर निकाय चुनाव का बिगुल जब से बजा है तभी से क्षेत्र में चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई। भगवानपुर नगर पंचायत सीट जैसे ही अनारक्षित हुई तो सभी समाज के चेहरे खिल उठे। लेकिन सुबोध राकेश द्वारा चुनाव लड़ने और भाजपा से टिकट मांगने पर क्षेत्र के लोगों में उनके खिलाफ आक्रोश बन गया। क्षेत्र के लोगों का कहना था कि जब एससी सीट रही तब क्षेत्र की जनता ने उन्हें बार-बार मौका दिया लेकिन अब जब अनारक्षित सीट हुई है तो उन्हें भी क्षेत्र के लोगों को मौका देना चाहिए। लेकिन नहीं वह भी नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ने की बात कहते हुए भाजपा से टिकट मांगने लगे। वही पिछले काफी लंबे समय से क्षेत्र में सक्रिय राजनीति कर रहे भाजपा के युवा नेता रचित अग्रवाल को क्षेत्र की जनता ने चुनाव लड़ने के लिए आगे किया और उन्हें भाजपा से टिकट मांगने की बात कही। क्षेत्र के लोगों का मिल रहा भरपूर सहयोग और उनके निवेदन पर रचित अग्रवाल के पिता देवेंद्र अग्रवाल ने अपने बेटे रचित अग्रवाल के लिए भाजपा हाईकमान से टिकट की मांग की। अब भाजपा प्रदेश हाईकमान के सामने सुबोध राकेश और रचित अग्रवाल दोनों के बीच टिकट को लेकर असमंजस की स्थिति बन गई। लेकिन जब प्रदेश हाईकमान को पता चला कि क्षेत्र की जनता का सुबोध राकेश के प्रति आक्रोश बढ़ रहा है तो उन्होंने रचित अग्रवाल के नाम टिकट की घोषणा कर दी। अब ऐसे में रचित अग्रवाल ने टिकट की दौड़ में सुबोध राकेश को पिछाड दिया है। रचित अग्रवाल का टिकट होते ही क्षेत्र में उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई और समर्थकों ने उनका फूल माला तथा मिठाई खिलाकर खुशी का जश्न मनाया। अब देखना होगा कि सुबोध राकेश क्या करेंगे, क्या वह रचित अग्रवाल को जीतने के लिए काम करेंगे या फिर किसी अन्य पार्टी में शामिल होकर या निर्दलीय चुनाव मैदान में आकर रचित अग्रवाल के सामने खड़े होंगे। अभी इन सभी के लिए कुछ नहीं कहा जा सकता। यह तो आने वाला समय ही बता पाएगा। फिलहाल रचित अग्रवाल के समर्थकों में खुशी का माहौल है।