द्वितीय विवा गौड जिला स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता में विजेता छात्र-छात्राओं को किया सम्मानित

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रुड़की (देशराज पाल)। आनन्द स्वरूप आर्य सरस्वती विद्या मन्दिर रुड़की में द्वितीय विवा गौड जिला स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता सफलतापूर्वक आयोजित की गई। कार्यक्रम डॉ. विवस्वत गौड़ की मधुर स्मृति में उनकी माता डाॅ0 रश्मि गौड़ प्रो0 आई.आई.टी. द्वारा आयोजित किया गया। शुभारम्भ विद्यालय के उपप्रधानाचार्य-मोहन सिंह मटियानी, परिसर प्रभारी जसवीर सिंह पुण्डीर, डाॅ मनीष कुमार अस्थाना प्रो0 मानविकी, सामाजिकी आई0आई0टी0 रूड़की, पारूल सैनी मदरहुड़ विश्वविद्यालय रूड़की द्वारा माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया।
वाद-विवाद प्रतियोगिता में हरिद्वार जिले के विभिन्न विद्यालयों से आठ टीमों ने भाग लिया। यह प्रतियोगिता पांच राउंड में आयोजित की गई। आर्मी पब्लिक स्कूल न0-1 की छात्रा मांडवी सती सभी राउंड के विजेता रही और उन्हें प्रथम स्थान के लिए ट्राॅफी से सम्मानित किया गया। कौशिक पब्लिक स्कूल की छात्रा इकरा साबरी प्रथम रनरअप रही, और उन्हें द्वितीय स्थान पर ट्राॅफी से सम्मानित किया गया। शेफील्ड पब्लिक स्कूल से अवनी गर्ग को तृतीय स्थान प्राप्त करने पर ट्राॅफी से सम्मानित किया गया। इन छात्रों को 5100, 3100 और 1100 रुपये नकद पुरस्कार और प्रमाण पत्र से भी सम्मानित किया गया। इस वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। वाद-विवाद प्रतियोगिता में आई.आई.टी. से प्रतिनिधि जाफरी फर्नांडीज, मैसी प्रसेयी, दिव्यानी, अंतरा बिश्वास, रौउत्री एवं निर्णायक मण्डल में डाॅ मनीष कुमार अस्थाना प्रो0 मानविकी, सामाजिकी आई0आई0टी0 रूड़की, पारूल सैनी मदरहुड़ विश्वविद्यालय रूड़की मुख्य रुप से उपस्थित रहे। डाॅ मनीष कुमार अस्थाना ने प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि छात्र-छात्रायें अपने जीवन में बेहतरीन संवाद चरित्र, कठिन परिश्रम, सहभागिता, उचित दिनचर्या और उच्च आदर्शो को अपनाकर कम उम्र में ही अधिक सफलता प्राप्त कर नये कीर्तिमान स्थापित कर सकते हैं। संगीत, गायन एवं कला का क्षेत्र छात्रों को अत्यधिक ऊर्जा देता है, सोफ्ट स्किल कौशल विकास छात्रों के सम्पूर्ण व्यक्तित्व को निखारता है। विद्यालय के उप-प्रधानाचार्य मोहन सिंह मटियानी ने अपने आशीर्वचनों से सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वच्छ तन में स्वच्छ और सुन्दर मन का वास होता है। अतः अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये हमें दैनिक जीवन में सदविचारों व सदकार्यो को अपनाकर निःस्वार्थ भाव से राष्ट्र सेवा के कार्यो में लगना चाहिये। विद्यालय की आचार्या नीलम शर्मा द्वारा सभी सम्मानित अतिथियों एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया गया। आयोजन में मनोज कुमार, अनिल कंडवाल, विवेक उप्पल, वंदना त्यागी, जितेन्द्र बिष्ट, प्रीति मिन्हास, विनीत गुप्ता एवं निर्मला राजपूत की महत्वपूर्ण भूमिका रही।