क्योटो विश्वविद्यालय एवं आईआईटी रुड़की के बीच बुद्धिमान केमबायोइंफॉर्मेटिक्स अनुसंधान का एक नया युग

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रुड़की (देशराज पाल)। क्योटो विश्वविद्यालय, जापान भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी रुड़की) एवं क्योटो विश्वविद्यालय (केयू) क्योटो विश्वविद्यालय, क्योटो, जापान में संयुक्त प्रयोगशाला के उद्घाटन की घोषणा करते हुए गर्व महसूस कर रहे हैं। लैब का नाम है, इनिशिएटिव फॉर इंटेलिजेंट केमबायोइंफॉर्मेटिक्स (आईएन-सीबीआई), जिसका उद्देश्य नारायण नेत्रालय के सहयोग से नेत्र दृष्टि से शुरू होने वाली स्वस्थ उम्र बढ़ने पर ध्यान केंद्रित करना है। केयू-आईआईटीआर की इस संयुक्त पहल का उद्देश्य जीवविज्ञान, रसायन विज्ञान, एआई/एमएल, जल और आहार-आदतों के क्षेत्रों को मिलाकर परिवर्तनकारी अनुसंधान एवं नवाचार करना है। क्योटो विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट फॉर इंटीग्रेटेड सेल-मटेरियल साइंसेज (आईसीईएमएस) में आयोजित इस कार्यक्रम में रिबन काटने की रस्म और आईआईटी रुड़की और क्योटो विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित प्रतिनिधियों द्वारा उद्घाटन भाषण दिया गया। आईआईटीआर-केयू संयुक्त प्रयोगशाला को स्वस्थ उम्र बढ़ने के संबंध में जटिल स्वास्थ्य, जैविक और पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने में उन्नत डेटा विज्ञान और कृत्रिम बुद्धिमत्ता की शक्ति का उपयोग करने के लिए एक प्रमुख कार्यक्रम के रूप में स्थापित किया गया है। सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए, प्रभावशाली, अंतःविषय अनुसंधान के आईआईटी रुड़की के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में एक प्रमुख चालक के रूप में यह साझेदारी विज्ञान और प्रौद्योगिकी शिक्षा में एक वैश्विक नेता के रूप में आईआईटी रुड़की की भूमिका का प्रतिनिधित्व करती है। आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. कमल किशोर पंत ने सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला: “आज केयू-आईआईटीआर संयुक्त प्रयोगशाला का उद्घाटन आईआईटी रुड़की की वैश्विक उपस्थिति और प्रभाव का विस्तार करने की यात्रा में एक उपलब्धि है।