अशोक नगर पर्वतीय रामलीला में ताडका ने मचाया तांडव, बच्चे हुए भयभीत

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रुड़की (देशराज पाल)। अशोक नगर में देवभूमि श्रीराम धार्मिक एवं सांस्कृतिक ट्रस्ट रजिस्टर के तत्वाधान में आयोजित की जा रही प्रभु श्रीराम की लीला के दूसरे दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में महालक्ष्मी ज्वेलर्स, सिविल लाइन रुड़की तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में पंडित कैलाश खुगशाल धर्मगुरु, धीरज सिंह पटवाल तथा सरस्वती विहार कीर्तन मंडली अशोक नगर ने संयुक्त रूप से फीता काटकर शुभारंभ किया। समिति रजिस्टर्ड ने सभी अतिथियों को माला पहनाकर सरोफा, उड़ाकर तथा गंगाजली भेंट कर सम्मानित किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में राजा जनक मिथिला पुरी दूत से यह समाचार प्राप्त करते हैं कि देश काल में भयंकर सूखा पड़ा हुआ है। बिना वर्षा के लोगों का जीना मुश्किल हो रखा है। अगर राजा जनक खेत में स्वयं हल लगायें तो वर्षा हो सकती है। राजा जनक हल लगाने की तैयारी करते हैं और खेत में हल लगाते हैं। हल एक घड़े से टकराता है और मां सीता का जन्म होता है। उधर विश्वामित्र तपस्या कर रहे होते हैं तो राक्षस उनकी तपस्या को बाधा पहुंचने का काम करते हैं और उन्हें परेशान करते हैं। यह सोचकर मुनि विश्वामित्र राम और लक्ष्मण को लेने के लिए दशरथ राजा के पास आते हैं। मुनियों ने बताया यहां भयंकर राक्षसों का तांडव है और उसी क्रम में वहां पर मारीच और सुबाहुभाव की माता तड़का आती है। उसका तांडव देखकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। राम और लक्ष्मण ताड़का का वध करते हैं साथ ही सुबाहू को भी प्राण दंड दे देते हैं। मारीच युद्ध में अपनी जान बचाकर भाग जाता है। वहां पर मारीच और सुबाहू की माता ताडिका वहां पर आती है और अपना तांडव मचाती है। उसका तांडव देखकर देव ऋषि मुनि भी हैरान रह जाते हैं। अंत में राम ताडिका का वध कर देते हैं।
रामलीला पात्रों के रूप में राम लक्ष्मण सौरभ पवार, आयुष कुमार राजा जनक के रूप में दिगंबर सिंह नेगी मंत्री और मारीच विनोद जख्वाल दशरथ के पात्र के रूप में जगदीश नेगी, आरव बिष्ट और श्रीयेष रावत बैलों की जोड़ी, सुरेंद्र सिंह बिष्ट सुबाहू, कुंवर सिंह चौधरी ताड़का, विश्वामित्र विक्रम कुलाश्री, वशिष्ठ मुनि राजेंद्र प्रसाद खन्करियाल सुनैना सुनीता कुमाई, नारद, केशव प्रसाद पोखरियाल, मात्तबर सिंह नेगी राक्षस, अनूप सुनील हितेश दिव्यांश आदित्य, हरदीप, अहिल्या सृष्टि आदि ने अपने उत्कृष्ट अभिनय का परिचय दिया। इस अवसर पर चंद्र मोहन कुलाश्री, बलवीर सिंह गुसाईं, मुकेश बिष्ट तीरथ शर्मा, आनंद सिंह रावत, किरण नेगी, दीप्ति खडायत, सुनीता नेगी, अनीता काला, हीरा बिष्ट, सुशील कुलाश्री , राजेंद्र सिंह रावत, अर्जुन सिंह तड़ियाल, दिगंबर सिंह रावत और सतीश नेगी, बलवीर सिंह रावत ,अजय, सुदर्शन डोबरियाल, हेमंत बड़थ्वाल, जगदीश सिंह नेगी, कुंवर सिंह चौधरी, राजेंद्र प्रसाद खंकरियाल, विक्रम कुलाश्री, राजेंद्र सिंह रावत, जसराम ढौंडियाल, सुरेंद्र सिंह बिष्ट, आनंद सिंह रावत, विनोद जखवाल, मातवर सिंह नेगी, प्रदीप बुडाकोटि, प्रेम सिंह राणा, गोपाल दत्त मैंदोला, त्रिलोक सिंह रावत, आनंद सिंह रावत, बलवंत सिंह रावत, मुकेश सिंह बिष्ट, बृजमोहन डंगवाल, चंद्र बल्ब बडथ्वाल, तीरथ शर्मा, प्रेमचंद ध्यानी, रोहन नेगी, दिव्यांशु, हितेश नेगी, सौरभ पवार, केशव पोखरियाल,अनूप, रिया बिष्ट, रितु लखेड़ा, श्रतिक, सुनीता कुमाई, सौरभ आयुष बादल मनीषा सृष्टि गीता बिष्ट सुनील कुलाश्री, हरदीप सुनील नेगी, नमित रावत, अनूप ,खुशी राणा, सांची भंडारी, तृप्ति, अरनब डोबरियाल, लकी, आशा देवी खंकरियाल, रजनी कुलाश्री, शोभा खंतवाल, सुनीता नेगी, बलबीर सिंह गोसाई, बिजेंदर हेमदान कुलदीप नेगी, जग्गी खड़ायत आदि राम भक्त उपस्थित रहे।