एक साथ जली तीन मासूमों की चिताएं, कातिल पिता पहुंचा जेल

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रुड़की (देशराज पाल)। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के ग्राम सांगाठेडा उसे समय सन्नाटा पसर गया जब अस्पताल से तीन मासूमों के शवों को घर पर लाया गया। तीनों मासूमों का अंतिम संस्कार बड़े ही गमगीन माहौल में किया गया। तीनों मासूमों की एक साथ चिताएं जलते देख हर किसी की आंखों से आंसू और दर्द अलग ही दिखाई दे रहा था। वही मामले में निर्दयी कातिल पिता को पुलिस ने जेल भेज दिया है। तीनों मासूमों की मां की भी हालत गंभीर बनी हुई है और वह भी वेंटिलेटर पर जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही है। मासूमों की मौत से परिवार जनों के आंसू नहीं थम रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सहारनपुर उत्तर प्रदेश के ग्राम सांगाठेडा निवासी एक भाजपा नेता ने शनिवार की दोपहर अपने घर में अपनी पत्नी नेहा और अपने तीन मासूम जिसमें बेटी श्रद्धा उम्र 11 वर्ष, बेटा देवांश उम्र 6 वर्ष, बेटा शिवांश उम्र 5 वर्ष को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। आरोपी भाजपा नेता मौके से भाग निकलना चाहता था लेकिन दिन दहाड़े चली गली की आवाज सुनकर आसपास के लोगों ने उसे पकड़ने के साथ ही उसकी धुनाई करते हुए पुलिस को सौंप दिया था। पुलिस में गंभीर अवस्था में घायल पत्नी नेहा को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था जहां पर उसकी हालत को चिंताजनक देखते हुए परिजन उसे लेकर चंडीगढ़ चले गए थे जहां पर तीनों मासूमों की मां जिंदगी और मौत से लड़ रही है। वही तीनों मासूमों का पोस्टमार्टम होने के बाद शव को गांव में लाया गया। जैसे ही तीनों मासूमों के शव गांव में पहुंचे तो पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया। अंतिम संस्कार के दौरान तीनों मासूमों को देखने के लिए भारी संख्या में गमगीन माहौल में ग्रामीणों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। तीनों मासूमों की एक साथ चिताएं जलती देख हर कोई बस एक ही बात कह रहा था कि निर्दयी पिता को इन बच्चों पर भी कोई दया नहीं आई। पुलिस ने कातिल पिता को तो जेल भेज दिया है लेकिन परिवार जनों का रो-रो कर बुरा हाल हो रखा है। हर कोई परिवार जनों को आकर ढांढस बंधा रहा है। वह भी उन्हें देखकर अपने आंसू नहीं रोक पा रहे हैं।