सचिन और यशपाल में टिकट को लेकर कड़ी टक्कर, प्रदेश हाईकमान मंथन को मजबूर

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रुड़की (देशराज पाल)। नगर निकाय चुनाव को लेकर कश्मोकश का दौरा जारी है। पहले आवेदन और फिर टिकट बंटवारे को लेकर पार्टियों का मंथन जारी है। इसी कड़ी में कांग्रेस से रुड़की मेयर को लेकर यशपाल राणा और सचिन गुप्ता में कड़ी टक्कर बतायी जा रही है। बताया तो यहां तक जाता है कि दोनों ही क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़ होने के चलते हाईकमान भी दोनों के चेहरों पर मंथन करने को मजबूर है।
नगर निकाय चुनाव को लेकर जहां सभी पार्टियों के प्रत्याशी अपने अपने टिकट की जुगत में लगे हुए तो वहीं कुछ अपनी पहुंच के प्रदेश हाईकमान से लेकर दिल्ली तक की पहुंच का लाभ उठाने के लिए फोन घन घनाने के साथ ही उनके दरवाजे तक भी दस्तक दे रहे हैं। कांग्रेस पार्टी में भी टिकट बंटवारे को लेकर जद्दोजहद चल रही है। यहां पार्टी के सामने दो प्रमुख और मजबूत चेहरे सामने। जिनमें सबसे पहले नाम आता है यशपाल राणा का जोकि रुड़की की राजनीति में एक अपना अलग ही दम रखते हैं और कांग्रेस पार्टी से रुड़की से प्रथम मेयर भी रह चुके हैं। अब जबकि रुड़की की सीट महिला हो गई है तो उन्होंने अपनी पत्नी श्रेष्ठा राणा के लिए कांग्रेस से टिकट मांगा है। दूसरी और सचिन गुप्ता पिछले काफी लंबे समय से रुड़की क्षेत्र में चुनाव की तैयारी में लगे हुए हैं और उनके द्वारा क्षेत्र में लगातार सक्रिय तौर पर भूमिका निभाई जा रही है। सचिन गुप्ता भी कांग्रेस पार्टी में अपनी एक अलग ही पहचान रखते हैं और समय-समय पर रुड़की क्षेत्र से लेकर देहरादून तक पार्टी के हर प्रोग्राम में सक्रियता से भाग लेकर सक्रिय रहते हैं। अब सचिन गुप्ता ने भी अपनी पत्नी पूजा गुप्ता के लिए कांग्रेस से मेयर पद पर टिकट की मांग की है। महानगर कांग्रेस जिला अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने दोनों के आवेदन सहित अन्य मेयर के लिए आए आवेदन को प्रदेश हाईकमान के सामने रखा है। सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि यशपाल राणा की पत्नी श्रेष्ठा राणा और सचिन गुप्ता की पत्नी पूजा गुप्ता के बीच टिकट को लेकर कड़ी टक्कर चल रही है। बताया तो यहां तक जा रहा है कि कल या परसों तक दोनों में से एक का नाम फाइनल कर टिकट की घोषणा कर दी जाएगी। अब देखना होगा कि इस कड़ी टक्कर में कौन बाजी मार पाएगा और किसके समर्थक जश्न मनाएंगे। फिलहाल प्रदेश हाईकमान का दोनों के नाम पर मंथन चल रहा है। अब देखना होगा कि प्रदेश हाईकमान किस पर अपनी मोहर लगाकर उसे चुनाव मैदान में भेजता है।