नेहरू स्टेडियम में चल रहा रूद्रचंडी महायज्ञ एवं शिव महापुराण कथा में शिव सती विवाह और दक्षयज्ञ विध्वंस का वर्णन

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रुड़की (देशराज पाल)। नेहरू स्टेडियम में चल रही रूद्रचंडी महायज्ञ एवं शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन मां शाकुंभरी देवी का 1008 सब्जियों द्वारा सहस्त्रार्चन किया गया। यज्ञाचार्य नितिन शांडिल्य,उपाचार्य विकास भदोला के मार्गदर्शन में सभी ब्राह्मणों ने वैदिक मंत्रोच्चारण कर होमात्मक यज्ञ किया।
कथा व्यास आचार्य रजनीश महाराज ने रुद्राक्ष की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि रुद्राक्ष कुल चौदह प्रकार के होते हैं और सभी रुद्राक्षों का अलग-अलग प्रभाव भी है, इसके उपरांत शिव सती का विवाह एवं दक्षयज्ञ विध्वंस का वर्णन किया। यज्ञ एवं कथा उपरांत आरती की गई, जिसमें आचार्य रमेशचन्द्र सेमवाल महाराज, निवर्तमान मेयर गौरव गोयल, व्यापारी नेता अरविंद कश्यप, चंद्रप्रकाश बाटा, मुख्य यजमान मुकेश कुमार अग्रवाल, मुदित गर्ग तथा अनिल माहेश्वरी आदि प्रमुख रहे। कथा में जेपी शर्मा, नितिन ग्रोवर, मोहित अग्रवाल, नवनीत गर्ग, संजय तायल, संजय बंसल, उमा गुप्ता, मयंक गर्ग, अनुज जैन, कृष्ण जैन, शिवम कौशिक, पप्पू कश्यप, मंजू अग्रवाल आदि भक्तगण प्रमुख रूप से मौजूद है