छठवें दिवस भरत मिलाप लीला दर्शकों के लिए भावुक क्षण

Getting your Trinity Audio player ready...
|
रुड़की (देशराज पाल)। आदर्श शिवाजी नगर रामलीला समिति रुड़की के तत्वाधान में नियर विश्वनाथ मंदिर आदर्श शिवाजी नगर पंचायत ढंडेरा में चल रही प्रभु श्रीराम की लीला के छठवें दिवस पर पूर्व सैनिक समाजसेवी सतपाल सिंह रावत, महिला मंडली ए ब्लॉक आशा बिष्ट, समाजसेवी भगत सिंह रावत, गायत्री बुमला, सामाजिक कार्यकर्ता चंद्र सिंह चौहान, रामलीला समिति व्यवस्थापक रणजीत सिंह रावत ने संयुक्त रूप से फीता काटकर लीला का शुभारंभ किया। सम्मानित अतिथियों को माला और सरोफा भेंट कर सम्मानित किया गया।
ननिहाल से वापस आने पर, जब भरत शत्रुघ्न को पता लगता है कि उनके पिताजी अब इस दुनिया में नहीं रहे और उनके भाई राम को 14 वर्ष का वनवास हो गया है तो वह मथुरा और कैकई के ऊपर बरस पड़ते हैं और उसको भला बुला कहते हैं। इसी आक्रोश में भरत, अपने भाई राम को वन से वापस लाने के लिए उनके पीछे-पीछे चल देते हैं। भरत मिलाप का दृश्य बड़ा ही मार्मिक एवं भावुक होता है जिससे जनता ने तालियों के द्वारा सराहा जंगल में सुपर्णखा नृत्य करते हुए राम और लक्ष्मण को रिझाने का असफल पर्यत्न करती है। जिससे तंग आकर लक्ष्मण उसकी नाक को काट लेते हैं वह इसी हालत में वह अपने भाई खर दूषण के पास जाती है। खरदूषण राम से युद्ध करते हैं और मारे जाते हैं इसी के साथ छठे दिन की लीला का पटाक्षेप हो जाता है।
इस अवसर पर गौर सिंह भंडारी, पुष्कर सिंह तोमर, सतीश नेगी, शिवचरण बिंजोला, बलवंत सिंह नेगी, भगत सिंह रावत , जितेंद्र ज़ख्मोला, अनसूया प्रसाद जोशी, महावीर प्रसाद डोभाल, जयवीर सिंह रावत रामलीला कलाकारों में कौशल्या लब्बी रावत, और सुमित्रा अंजलि रावत, भारत रितिक नेगी, शत्रुघ्न दिव्यांशु थपलियाल, गुरु वशिष्ठ योगम्बर सिंह रौथाण, राम बादल लखेड़ा, लक्ष्मण शुभम लखेड़ा , सीता हर्षिता बिष्ट, ऋषि सतीश कुकरेती, शाकुम्बरी चौहान, सुपर्णखा रिया बिष्ट, खरद्षण रामचरण सिंह बिष्ट , सुरेंद्र सिंह नेगी, रक्षा अंशु रावत, अदिति, अभिनव बंगारी, सुनील नेगी, रावण लक्ष्मण सिंह बिष्ट, सेनापति राजेंद्र सिंह आदित्य अभिनव सुनील नेगी, रावण लक्ष्मण सिंह बिष्ट, सेनापति राजेंद्र सिंह, दरवान सिंह बुटोला, रोहित रावत,पारेश्वर प्रसाद लखेड़ा, सुरेंद्र सिंह नेगी, बच्चीराम कुण्डलिया, कुंदन सिंह नेगी, आनंद सिंह वर्तवाल , रामचरण सिंह बिष्ट, लक्ष्मण सिंह बिष्ट, जय सिंह नेगी, श्याम सिंह पंवार, योगम्बर सिंह रौथाण, राजेंद्र सिंह रावत, विजय सिंह पवार, जयवीर सिंह रावत, रणजीत सिंह रावत उमराव सिंह पटवाल, दिनेश सिंह चौधरी, रविंद्र सिंह पवार, धर्मानंद भट्ट, सतीश कुकरेती, राजेंद्र सिंह रावत, बलवंत सिंह भंडारी, संतोषी राणा, विशम्बरी देवी, रामेश्वरी पवार, गायत्री बुमला, सुरेंद्र सिंह पवार, ज्ञान सिंह बिष्ट, जगमोहन सिंह रावत, अनूप आदि राम भक्त उपस्थित रहे।