धूमधाम से मनाया गया प्रेम तपस्या एवं समर्पण की पराकाष्ठा का पर्व करवाचौथ

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उन्नाव (केडी बाजपेई)। प्रेम तपस्या और समर्पण की पराकाष्ठा का पर्व करवा चौथ क्षेत्र में धूमधाम से मनाया गया।करवा चौथ पर सुहागिन महिलाओं ने सुबह से निर्जला व्रत रखा। महिलाओं ने देर शाम नए परिधानों में सजकर विधि विधान से पूजा की तथा चंद्रमा को अर्ध्य देकर व्रत का पारायण किया। करवा चौथ पर महिलाओं ने आभूषण एवं वस्त्रों की जमकर खरीदारी की वही पर्व के मद्देनजर ब्यूटी पार्लर भी गुलजार रहे।
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को सुहागिन महिलाएं अपने पति के दीर्घायु और सुख-समृद्धि के लिए संकल्पित होकर करवाचौथ का व्रत करती हैं। यह व्रत न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है बल्कि यह पति-पत्नी के बीच के अटूट प्रेम और निष्ठा का प्रतीक भी है।करवा चौथ व्रत पति और पत्नी के बीच के प्रेम को दर्शाने वाला बेहद निष्ठापूर्ण व श्रद्धाभाव से उपवास रखने का त्योहार है।प्राचीनकाल से महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के लिए यह व्रत करती चली आ रही हैं। सनातन परंपरा के अनुसार सुहागिन महिलाओं द्वारा करवा चौथ का व्रत निर्जला रखा जाता है तथा देर शाम चंद्रमा के दर्शन करके पूजा-अर्घ्य देकर व्रत का पारायण किया जाता है। आज रविवार को पूरे क्षेत्र में धूमधाम से इस त्योहार को मनाया जा रहा है। रविवार को कस्बा समेत पूरे क्षेत्र में रविवार को सुबह से सुहागिन महिलाओं ने पति की दीर्घायु के लिए निर्जला व्रत रखा।सुहागिनों ने देर शाम नए-नए परिधानों में सजकर अलग अलग मान्यताओं को अनुसार करवा चौथ की पूजा तथा चन्द्रमा को अर्ध देकर व्रत का पारायण किया तथा बड़े बुजुर्गो का आशीर्वाद लिया। करवाचौथ पर्व के चलते बाजार गुलजार रहे। महिलाओं ने आभूषणों के साथ वस्त्रों एवं परिधानों की जमकर खरीदारी की वहीं सौंदर्य प्रसाधन तथा ब्यूटी पार्लर की दुकानों पर खासी रौनक रही।