February 8, 2025

चमनलाल कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी में मनाया गया विश्व फार्मासिस्ट दिवस

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रुड़की/लंढौरा (देशराज पाल)। चमन लाल कॉलेज ऑफ फार्मेसी में विश्व फार्मासिस्ट दिवस मनाया गया। शुभारंभ महाविद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रामकुमार शर्मा, सचिव अरुण हरित ने किया। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। मुख्य विषय सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता रही जिसका संचालक विभागाध्यक्ष अर्पित शर्मा ने किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुशील उपाध्याय ने विद्यार्थियो को संबोधित करते हुए बताया कि आयुर्वेद एक प्राचीन भारत की विधा है जिस पर अभी और अधिक कार्य करने की आवश्यकता है। इसमें करियर के काफी संभावनाएं हैं। इसमें छात्र-छात्राएं अपना भविष्य देख सकते हैं आने वाले समय में एलोपैथी को छोड़कर लोग आयुर्वेद की शरण ले रहे हैं। आयुर्वेद पद्धति अत्यंत प्राचीन है इसमें सभी औषधी ऋषियों और महर्षियों द्वारा सिद्ध की हुई है जो आज भी किसी भी व्यक्ति पर अपना प्रभावशाली असर दिखाती है। इस मौके पर श्रृष्टि, सुहेल, निखिल, सहनजर, शुभम, कनु विद्यार्थियो को रंगोली, क्विज, पोस्टर प्रतियोगियों में अव्वल आने पर पुरस्कृत किया गया। माइक्रोबायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. प्रभात ने विद्यार्थियो को फार्मेसी में नवीन तकनीकियों एवं जॉब रोल मॉडल के बारे में विस्तार पूर्वक बताया और भविष्य में नौकरी के लिए भी आश्वाशन दिया। हमें अपनी आयुर्वेद औषधियां पर अधिक शोध करने की आवश्यकता है जिससे उनको पेटेंट भी कराया जा सके। इसमें कुछ अलग प्रकार के आसव का निर्माण किया जा सकता है जैसे वर्तमान समय में बढ़ती हुई भयंकर व्याधियों जैसे किडनी, लीवर, फेफड़े आदि को स्वस्थ रखा जा सकता है। इसके साथ ही प्रतिदिन हर व्यक्ति को अपने शरीर को बेहतर बनाने के लिए योग और प्राणायाम का भी सहारा लेना चाहिए। प्राणायाम से मन और मस्तिष्क स्वस्थ रहते हैं तथा एक नई ऊर्जा का संचार भी होता है। फार्मेसी प्राचार्य पारुल शर्मा ने समस्त प्रबंध समिति एवं मंच पर उपस्थित समस्त विशिष्ट अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर मयंक, अंकित, सुधा, अर्पित, डॉ मनोज, डॉ.अनामिका, डॉ. दीपिका व अन्य समस्त शिक्षक एवं गैर शिक्षक कर्मचारी मौजूद रहे।

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