चमनलाल महाविद्यालय में बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी

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रुड़की/लंढौरा (देशराज पाल)। चमन लाल महाविद्यालय में बौद्धिक संपदा अधिकार पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय प्रबंधन समिति के सचिव अरुण हरित ने मां सरस्वती के आगे दीप प्रज्वलित कर किया। मुख्य अतिथि के रूप में गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से कुल सचिव प्रोफेसर सुनील कुमार आमंत्रित किए गए। जिन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विषय में संक्षिप्त जानकारी दी। मुख्य वक्ता के रूप में गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विभाग से डॉ.सुयश भारद्वाज ने अपने संबोधन में बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विषय में छात्र-छात्राओं को अवगत कराया तथा किस प्रकार पेटेंट एवं ट्रेडमार्क व प्लेगिरिज्म का प्रयोग करके शोध पत्रों में गुणवत्ता लाई जा सकती है। चैट GPT व अन्य तकनीकी टूल्स से भी अवगत कराया। अपने व्याख्यान में परंपरागत नृत्य एवं परिधान के विषयों में भी पेटेंट संबंधित जानकारी प्रदान की। आज के इस आधुनिक दौर में नवाचार पद्धति का प्रयोग करके हम स्वयं को दक्ष पूर्ण बना सकते हैं। इसी क्रम में क्वांटम यूनिवर्सिटी से डॉ. निरमेश शर्मा ने भी इस क्रम में अपने संबोधन में बताया कि किस प्रकार ब्रांडेड लोगों का मिसयूज करके अपने नाम से एक नई संस्था खोल देते हैं। संस्था से मिलता-जुलता लोगों का कलर भी चेंज कर देते हैं। उन्होंने डोमिनो पिज़्ज़ा व एडीडास जैसी ब्रांडेड कंपनी का भी जिक्र किया। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुशील उपाध्याय ने चैट GPT एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के परिणाम से अवगत कराया कि किस प्रकार मानवीय मस्तिष्क की चेतना के समरूप होता जा रहा है। मंच का संचालन डॉ. तरुण गुप्ता, असिस्टेंट प्रोफेसर, गणित विभाग द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में वक्तl के रूप में आमंत्रित डॉ. हेमंत पवार हर्ष पीजी डिग्री कॉलेज, ने छात्र-छात्राओं को नौकरी संबंधी विषयों से अवगत कराया कि किस प्रकार हम लघु उद्योगों की सहायता से अपने स्वयं के व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अनामिका चौहान ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कारगिल शहीद जितेंद्र शर्मा की स्मृति में महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष रामकुमार शर्मा द्वारा संचालित छात्रवृत्ति कुमारी हिना परवीन को प्रदान की गई। तथा सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह एवं शॉल प्रदान किए गए। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त शिक्षक एवं गैर शिक्षक कर्मचारी उपस्थित रहे।